जिंदगी
जिंदगी जिंदा लकीरों सी ।
उलझती रही जमीरों सी ।
बदलते रहे हालात हरदम ,
मौसीक़ी ज़ज्ब फकीरों सी ।
… … विवेक दुबे”निश्चल”@…
जिंदगी जिंदा लकीरों सी ।
उलझती रही जमीरों सी ।
बदलते रहे हालात हरदम ,
मौसीक़ी ज़ज्ब फकीरों सी ।
… … विवेक दुबे”निश्चल”@…