जिंदगी
ज़िन्दगी एक किताब सी,
किस्सों की कहानी है।
कुछ उलझी सी,
कुछ-कुछ बिखरी।
जो ना समझा,
वो कुछ बहका-बहका सा।
जो थोड़ा भी समझा,
वो कुछ सम्भला-सम्भला है।
ज़िन्दगी एक किताब सी,
किस्सों की कहानी है।
ज़िंदगी जीनी है
इसके लिए मिली है ।
इसे सोचने में मत गुज़ारो,
इरादे मज़बूत रखो ,
तो ज़िंदगी बदल जाएगी ,
वरना ज़िंदगी बीत जाएगी ,
क़िस्मत को दोष देते हुए ।
वतन का खाया नमक तो,
नमक हलाल बनो,
फ़र्ज़ ईमान की तो
ज़िंदा यहाँ मिसाल बनो
ज़िंदगी में कभी
अडानी – अम्बानी के दलाल न बनो
बुरी आदत है ये,
आदत अभी बदल डालो
बुरी आदत है ये,
आदत अभी बदल डालो
33 का पेट्रोल 90 में बेचनेवाले
दलाल न बनो
जिंदगी-जीवन सुअवसर है
जिंदगी छणभंगुर फिर भी
कितने और कितनों से छलकपट
कितनी जोड़तोड़
कितनी बार जोड़तोड़
इन्हें जिंदगी का हिस्सा बना लेते हैं
यहाँ अपनों से भी व
अपनों द्वारा भी किया जाता छलकपट
सब जानते हैं
सबकुछ यहीं रह जाता
फिर भी नहीं मानते
कुछ करो न करो बस
जयचंदी न हो जिंदगी
जिंदगी है सुहानी ।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव