"राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ग़ज़ल : पेट में दाना नहीं
आलस्य एक ऐसी सर्द हवा जो व्यक्ति के जीवन को कुछ पल के लिए रा
अर्धांगनी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l
*भ्रष्टाचार की पाठशाला (हास्य-व्यंग्य)*
खुले आम जो देश को लूटते हैं।
सुन्दरता की कमी को अच्छा स्वभाव पूरा कर सकता है,
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
झोपड़ियों से बांस खींचकर कैसे मैं झंडा लहराऊँ??