जिंदगी
जिंदगी ठान बैठी है, मुझे बर्बाद करने को,
लगे हैं कुछ मेरे सपने, मुझे आवाद करने को ।।
जो करना है अभी कर ले, जब तक सांस बाकी है,
बचेगा कुछ नहीं सुन ले, उसके बाद करने को ।।
ये पंछी सांस का तेरे, बदन में फड़फड़ाता है,
मिलेगा तुझको भी मौका, उसे आजाद करने को ।।
दुआएं तू अभी कर ले, दुआओं का समय गर हो,
पता ना फिर कब मिले, तुझे फरियाद करने को ।।
लिपट ले आज जी भर कर,संजो ले याद के मोती,
पता ना फिर कभी बैठे, मुझे तू याद करने को ।।