Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Mar 2022 · 1 min read

जिंदगी से थकान

आज कल बहुत थकने लगी हूं ,
जिंदगी से कुछ ऊबने लगी हूं ।

किसी काम में मन लगता नही ,
हर काम को बोझ समझने लगी हूं।

उम्र का तकाजा लगता है शायद ,
इस हकीकत को समझने लगी हूं ।

जिम्मेदारियों का बोझ हटता ही नही ,
अब तो सुकून को तरसने लगी हूं।

अपने शौक के लिए वक्त नहीं मिलता,
अपने सपनों से समझौता करने लगी हूं।

ए अनु ! नसीब में एक पल भी मयस्सर नहीं,
अब मौत ही देगी आराम उसी पर आशना हूं।

2 Likes · 2 Comments · 269 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
छल छल छलके आँख से,
छल छल छलके आँख से,
sushil sarna
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
देश की आजादी की सुबह
देश की आजादी की सुबह
रुपेश कुमार
लंका दहन
लंका दहन
Paras Nath Jha
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
ख्वाब सुलग रहें है... जल जाएंगे इक रोज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
जाने किस मोड़ पे आकर मै रुक जाती हूं।
जाने किस मोड़ पे आकर मै रुक जाती हूं।
Phool gufran
जज़्बात-ए-इश्क़
जज़्बात-ए-इश्क़
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
Dr fauzia Naseem shad
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
हर चढ़ते सूरज की शाम है,
हर चढ़ते सूरज की शाम है,
Lakhan Yadav
"नजर से नजर और मेरे हाथ में तेरा हाथ हो ,
Neeraj kumar Soni
मेरे भाव मेरे भगवन
मेरे भाव मेरे भगवन
Dr.sima
मेरी फितरत है बस मुस्कुराने की सदा
मेरी फितरत है बस मुस्कुराने की सदा
VINOD CHAUHAN
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
मंजिलों की तलाश में, रास्ते तक खो जाते हैं,
Manisha Manjari
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
Bhupendra Rawat
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
मेरी जान बस रही तेरे गाल के तिल में
Devesh Bharadwaj
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"रुपया"
Dr. Kishan tandon kranti
आशा की एक किरण
आशा की एक किरण
Mamta Rani
*आदर्शों के लिए समर्पित, जीवन ही श्रेष्ठ कहाता है (राधेश्याम
*आदर्शों के लिए समर्पित, जीवन ही श्रेष्ठ कहाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
4640.*पूर्णिका*
4640.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम की गहराई
प्रेम की गहराई
Dr Mukesh 'Aseemit'
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
जब कभी तुम्हारा बेटा ज़बा हों, तो उसे बताना ज़रूर
The_dk_poetry
..
..
*प्रणय प्रभात*
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
Shweta Soni
जिंदगी में मजाक करिए लेकिन जिंदगी के साथ मजाक मत कीजिए।
जिंदगी में मजाक करिए लेकिन जिंदगी के साथ मजाक मत कीजिए।
Rj Anand Prajapati
चाहे मेरे भविष्य मे वह मेरा हमसफ़र न हो
चाहे मेरे भविष्य मे वह मेरा हमसफ़र न हो
शेखर सिंह
"ठूंस ठूंसकर घूस खाने के बाद भी,
पूर्वार्थ
Loading...