जिंदगी संवर जाएगी
समुंदर की गहराई से आसमान की ऊँचाई तक
तुम्हें उम्मीदों की डोर थम जाऐगी
यूं आंखों से आंसू बहाने से कुछ हासिल ना हो सकता
वक्त लगेगा,,,लेकिन जब कोई गौरी
तेरे जीवन में आऐगी
कभी बेटी कभी माँ बनकर समझायेगी
आँखों में तुम्हारे ग़मों को भर तैरना सिखायेगी
ज़िन्दगी है जल्दी संवर जाएगी
एक साथ छूटा तो दूसरा थमा जायेगी
ना खुद बिखरेगी ना तुमको तरसायेगी
नज़रिया जीने का विश्वास तुम जगाओ
और वो हौले से तुम्हारा हौसला बन जायेगी
ज़िन्दगी है जल्दी सवर जाएगी।
कभी रिश्तों में कभी दोस्तों में ढूँढी जायेगी
कोशिशें हर हाल में रंग लायेगी
एक क़दम तुम चलो एक ऊपर वाले पर छोड़ो
देखना कैसे नई रौशनी नया वक्त दिखायेंगी
ज़िन्दगी है जल्दी सवर जाएगी।
यादों की पोटली हो या हाथ थामें साथ
थोड़ी हिम्मत आशाओं की कहानी लिखी जायेगी
कभी आंसू कभी मुस्कान गर रहे साथ
तो काँटों में भी गुलाब की पंखुड़ियाँ खिलखिलायेंगी
जिंदगी है जल्दी सवर जाएगी।
-सीमा गुप्ता