जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में हमें अब रंग भरना आ गया।
तुम मिले,हम को तो संवरना आ गया ।
लोग बात बात पर रूठते रहे हमसे,
हमें खुशबू की तरह बिखरना आ गया।
जिल्लतें बहुत दी हैं हमें हालात ने
इसी वास्ते हमें,जंग लड़ना आ गया ।
सवाल मेरी वफ़ा पर उठाने लगे हो
शायद तुम्हें बेवफाई करना आ गया।
छीनना चाहा था तुमने, हर रंग मुझसे
जिंदगी में मगर हर,रंग भरना आ गया।
सुरिंदर कौर