Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2024 · 1 min read

जिंदगी में जब कोई सारा युद्ध हार जाए तो उसे पाने के आलावा खो

जिंदगी में जब कोई सारा युद्ध हार जाए तो उसे पाने के आलावा खोने को कुछ नही होता है एक नए सिरे वो अपने जीवन की शुरुआत कर सकता वो बीते हुए अनुभव ही उसके लिए सबसे बड़ी संपत्ति है।
RJ Anand Prajapati

21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शस्त्र संधान
शस्त्र संधान
Ravi Shukla
◆केवल बुद्धिजीवियों के लिए:-
◆केवल बुद्धिजीवियों के लिए:-
*प्रणय प्रभात*
****माता रानी आई ****
****माता रानी आई ****
Kavita Chouhan
सदपुरुष अपना कर्तव्य समझकर कर्म करता है और मूर्ख उसे अपना अध
सदपुरुष अपना कर्तव्य समझकर कर्म करता है और मूर्ख उसे अपना अध
Sanjay ' शून्य'
सांसें स्याही, धड़कनें कलम की साज बन गई,
सांसें स्याही, धड़कनें कलम की साज बन गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संसार में कोई किसी का नही, सब अपने ही स्वार्थ के अंधे हैं ।
संसार में कोई किसी का नही, सब अपने ही स्वार्थ के अंधे हैं ।
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
International Hindi Day
International Hindi Day
Tushar Jagawat
"अदा"
Dr. Kishan tandon kranti
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
आमावश की रात में उड़ते जुगनू का प्रकाश पूर्णिमा की चाँदनी को
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हम तुम्हें लिखना
हम तुम्हें लिखना
Dr fauzia Naseem shad
ଅତିଥି ର ବାସ୍ତବତା
ଅତିଥି ର ବାସ୍ତବତା
Bidyadhar Mantry
2778. *पूर्णिका*
2778. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
Mohan Pandey
पिता
पिता
Mamta Rani
चल रही हूँ मैं ,
चल रही हूँ मैं ,
Manisha Wandhare
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
अर्ज है पत्नियों से एक निवेदन करूंगा
शेखर सिंह
आवो पधारो घर मेरे गणपति
आवो पधारो घर मेरे गणपति
gurudeenverma198
कहां बिखर जाती है
कहां बिखर जाती है
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
अर्धांगनी
अर्धांगनी
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
"इस रोड के जैसे ही _
Rajesh vyas
एक शख्स
एक शख्स
Pratibha Pandey
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
तिलिस्म
तिलिस्म
Dr. Rajeev Jain
सबला
सबला
Rajesh
श्री गणेश वंदना
श्री गणेश वंदना
Kumud Srivastava
एक ज्योति प्रेम की...
एक ज्योति प्रेम की...
Sushmita Singh
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
manjula chauhan
लोगों के रिश्मतों में अक्सर
लोगों के रिश्मतों में अक्सर "मतलब" का वजन बहुत ज्यादा होता
Jogendar singh
*सरकारी कार्यक्रम का पास (हास्य व्यंग्य)*
*सरकारी कार्यक्रम का पास (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
Loading...