जिंदगी तुझको सलाम
जिंदगी तुझको सलाम, तुमने मुझको जीना सिखाया।
जिंदगी के बुरे दिनों में तुमने,जीने का जोश जगाया।।
जिंदगी तुझको सलाम,—————-।।
नहीं होने दिया उदास मुझे, अपनों ने जब साथ छोड़ा।
नहीं होने दिया निराश मुझे, दोस्तों ने जब हाथ छोड़ा।।
नहीं होने दिया गुमराह मुझे, सही सपना मुझे दिखाया।
जिंदगी के बुरे दिनों में तुमने, जीने का जोश जगाया।।
जिंदगी तुझको सलाम,—————-।।
मैंने दुःखों से सीखा है, सच्चाई जिंदगी की ।
कसौटी जिंदगी की और बन्दगी जिंदगी की।।
देकर खुशी मुझको तुमने, अभिमानी नहीं बनाया।
जिंदगी के बुरे दिनों में तुमने, जीने का जोश जगाया।।
जिंदगी तुझको सलाम—————-।।
मुसीबतें- गम- दुःख ही,जीवन को रोशन बनाते हैं।
जिंदगी का अर्थ क्या है, जीवन को अमृत बनाते हैं।।
देकर मुझको ऐसा जीवन, खुशनसीब मुझको बनाया।
जिंदगी के बुरे दिनों में तुमने, जीने का जोश जगाया।।
जिंदगी तुझको सलाम——————-।।
साहित्यकार एवं शिक्षक-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847