जिंदगी जी लो
वक़्त के थपेड़ों को सह-सहकर
आजिज हुए इस मन को
जब उम्मीद का कोई प्रसुन
नजर नही आता है।
गाहे बगाहे आए हुए झंझावतों से
जीवन पतझड़ सा बन जाता है।
मृत्यु ही एकमात्र विकल्प
तब नजर आता है।
दरकते रिश्तों का दर्द,
टूटते हौसलों के साथ
लरजते बदन और आहत ह्र्दय को
दिखता चारों और गहरी काली तमस
और ध्वस्त होते हर जज्बात।
क्षण प्रतिक्षण जिंदगी से टूटता मोह
और बढ़ता ईश्वर पर अविश्वास।
तभी एक कोने से आस के जुगनू
का आना
और दूर से रोशनी लाकर
जीवन को एक राह दिखलाना
चमत्कार पर यक़ीन गहराता
ईश्वर के प्रति कृतज्ञ हो जाता मन।
और फ़िर
जिंदगी की होती जिंदगी से मुलाकात
एक नए सबक के साथ।
सत्य की राह में आती दुश्वारियां
धैर्य ही होती परीक्षा
संयम से मिलती आसानियां।
मिलें जब प्रेम का सम्बल
मिल जाए हर मुश्किल का हल।
जिंदगी जी लो
आज अभी और इसी पल।