Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Ashwini sharma
29 Followers
Follow
Report this post
29 Aug 2024 · 1 min read
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
लगता है मेरी जरुरत अब कहीं और है ।।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
44 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
#छोटी_कविता *(बड़ी सोच के साथ)*
*प्रणय*
आज का युग ऐसा है...
Ajit Kumar "Karn"
अदा बोलती है...
अश्क चिरैयाकोटी
विजय द्वार (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
Sarfaraz Ahmed Aasee
हार से डरता क्यों हैं।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
अपात्रता और कार्तव्यहीनता ही मनुष्य को धार्मिक बनाती है।
Dr MusafiR BaithA
राम की रीत निभालो तो फिर दिवाली है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
AE888 - Nhà cái nổi bật với Dịch Vụ Hỗ Trợ Khách Hàng Chuyên
AE888
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
तुलना करके, दु:ख क्यों पाले
Dhirendra Singh
रंग लहू का सिर्फ़ लाल होता है - ये सिर्फ किस्से हैं
Atul "Krishn"
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
बीते लम़्हे
Shyam Sundar Subramanian
4068.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"रूप-लावण्य"
Dr. Kishan tandon kranti
Temple of Raam
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
नाम कमाले ये जिनगी म, संग नई जावय धन दौलत बेटी बेटा नारी।
Ranjeet kumar patre
स्वर्ग से सुंदर अपना घर
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
एक अधूरी सी दास्तान मिलेगी, जिसकी अनकही में तुम खो जाओगे।
Manisha Manjari
क्राई फॉर लव
Shekhar Chandra Mitra
ग़ज़ल _ थी पुरानी सी जो मटकी ,वो न फूटी होती ,
Neelofar Khan
शिवाजी
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
सोशल मीडिया
Raju Gajbhiye
मां की ममता को भी अखबार समझते हैं वो,
Phool gufran
स्त्री सबकी चुगली अपने पसंदीदा पुरुष से ज़रूर करती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन्दिर में है प्राण प्रतिष्ठा , न्यौता सबका आने को...
Shubham Pandey (S P)
--शेखर सिंह
शेखर सिंह
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
Loading...