Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Aug 2021 · 1 min read

जिंदगी की शाम

जिंदगी की शाम जब ढलती है
ये रूह जिस्म नया बदलती है

चरागों को एहसास हो जाता है
जब हवाएं उठ कर चलती है

आँखें बुझ गयी इंतजार में मगर
दिल में उम्मीद की शम्मा जलती है

में कैसे भूल जाँऊ उसका पता
मेरी हर गली जहाँ निकलती है

उड़ गये हसरतो के तमाम परिंदे
इस दिल में अब उदासी पलती है

अजीब पहेली है ये जिंदगी भी
सुलझाने से और उलझती है

हमारी बेबस आँखों पर कान्हा
नींदे दूर खड़ी हँसती है

2 Likes · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ
पुस्तक समीक्षा - अंतस की पीड़ा से फूटा चेतना का स्वर रेत पर कश्तियाँ
डॉ. दीपक मेवाती
मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई.....
मैं कौन हूँ?मेरा कौन है ?सोच तो मेरे भाई.....
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
*हमें कुछ दो न दो भगवन, कृपा की डोर दे देना 【हिंदी गजल/गीतिक
*हमें कुछ दो न दो भगवन, कृपा की डोर दे देना 【हिंदी गजल/गीतिक
Ravi Prakash
महिला दिवस कुछ व्यंग्य-कुछ बिंब
महिला दिवस कुछ व्यंग्य-कुछ बिंब
Suryakant Dwivedi
कौड़ी कौड़ी माया जोड़े, रटले राम का नाम।
कौड़ी कौड़ी माया जोड़े, रटले राम का नाम।
Anil chobisa
■ प्रसंगवश :-
■ प्रसंगवश :-
*Author प्रणय प्रभात*
सफर में हमसफ़र
सफर में हमसफ़र
Atul "Krishn"
मंजिलें
मंजिलें
Mukesh Kumar Sonkar
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
Paras Nath Jha
राह नीर की छोड़
राह नीर की छोड़
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दिल में कुण्ठित होती नारी
दिल में कुण्ठित होती नारी
Pratibha Pandey
असफलता का जश्न
असफलता का जश्न
Dr. Kishan tandon kranti
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
कवि दीपक बवेजा
जिंदगी एडजस्टमेंट से ही चलती है / Vishnu Nagar
जिंदगी एडजस्टमेंट से ही चलती है / Vishnu Nagar
Dr MusafiR BaithA
हम उन्हें कितना भी मनाले
हम उन्हें कितना भी मनाले
The_dk_poetry
निर्माण विध्वंस तुम्हारे हाथ
निर्माण विध्वंस तुम्हारे हाथ
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मां की ममता जब रोती है
मां की ममता जब रोती है
Harminder Kaur
मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है।
मैं मित्र समझता हूं, वो भगवान समझता है।
Sanjay ' शून्य'
हार जाती मैं
हार जाती मैं
Yogi B
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना ,  किसी को नुकसान पह
किसी को नीचा दिखाना , किसी पर हावी होना , किसी को नुकसान पह
Seema Verma
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
तू है जगतजननी माँ दुर्गा
gurudeenverma198
2661.*पूर्णिका*
2661.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निराशा एक आशा
निराशा एक आशा
डॉ. शिव लहरी
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
VINOD CHAUHAN
कोई ख़्वाब है
कोई ख़्वाब है
Dr fauzia Naseem shad
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
जहाँ जिंदगी को सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
*रंगीला रे रंगीला (Song)*
Dushyant Kumar
Loading...