लगा समंदर में डुबकी मनोयोग से
Anamika Tiwari 'annpurna '
मैं तुम्हारे बारे में नहीं सोचूँ,
वो मुझे "चिराग़" की ख़ैरात" दे रहा है
चुनाव के दौर से (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
नाराज़गी भी हमने अपनो से जतायी
Know your place in people's lives and act accordingly.
गर्मी से है बेचैन,जरा चैन लाइये।
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
जीवन में कुछ बचे या न बचे
"अहम्" से ऊँचा कोई "आसमान" नहीं, किसी की "बुराई" करने जैसा "
*होता अति आसान है, निराकार का ध्यान (कुंडलिया)*
जब टैली, एक्सेल, कोडिंग, या अन्य सॉफ्टवेयर व अन्य कार्य से म
कभी एक तलाश मेरी खुद को पाने की।