जिंदगी का आखिरी सफर
इंसान क्या जाने उसकी जिंदगी के ,
अगले मोड़ पर क्या होने वाला है ?
ख्वाइशों और अरमानों का कारवां,
लेकर वोह बस पहुंचने ही वाला है ।
उसे नहीं मालूम गुबार बन जाएगा वो,
फानी है मगर हकीकत समझने वाला है ।
कोई है जो उसका इंतजार कर रहा है ,
अगले ही पल उसे साथ ले जाने वाला है।
बस ! कुछ ही पल में ,उसका किरदार,
इस दुनिया के मंच से खत्म होने वाला है ।
इंसान मगर अब तक न समझ पा रहा है ,
दीवाना ! आखिरी सफर को जाने वाला है ।
अब “अनु” कैसे समझाए अपने दिल को,
इस जहां में जो भी आया वोह जाने वाला है ।