जिंदगी एक बार
✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️
🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
क्या आप जानते हैं कि अंतिम संस्कार के बाद आम तौर पर क्या होता है?
कुछ ही घंटों में रोने की आवाज पूरी तरह से बंद हो जाती है …
रिश्तेदारों के लिए बाहर से खाना मंगवाने में जुटता है परिवार..
बच्चे दौड़ते और खेलते नजर आते हैं …
कुछ पुरुष सोने से पहले चाय की दुकान पर या मॉर्निंग वाक पर मृतक के साथ टहलने जाते थे,वो अब मृतक के बारे में कुछ संवेदनात्मक टिप्पणी करते हैं ….
आपका पड़ोसी यह सोचकर क्रोधित होगा कि हो सकता है कि मृतक के लोगों ने अनुष्ठान के पत्तों को उसके द्वार के पास फेंक दिया है …
कई रिश्तेदार-जान पहचान वाले आपके बच्चों से फोन पर बात करेंगें कि आपात स्थिति के कारण वह व्यक्तिगत रूप से नहीं आ पा रहे हैं ..
अगले दिन रात के खाने में, कुछ रिश्तेदार कम हो जाते हैं, और कुछ लोग सब्जी में पर्याप्त नमक नहीं होने की शिकायत करते पाए जाते हैं…
एक रिश्तेदार अंतिम संस्कार के बारे में शिकायत कर सकता है कि उसने अपने हिस्से पर कुछ सौ रुपये अधिक खर्च किए हैं…
भीड़ धीरे धीरे छंटने लगेगी..
आने वाले दिनों में….कुछ कॉल मृतक के फोन पर बिना यह जाने आ सकते हैं कि अमुक व्यक्ति मर चुका हैं…
कार्यालय वाले मृतक की जगह किसी ओर को लेने के लिए ढूंढने में लग गए हैं ….
एक हफ्ते बाद मृतक की खबर सुनकर,उसकी पिछली पोस्ट क्या थी,
यह जानने के लिए कुछ फेसबुक मित्र उत्सुकता से खोज कर सकते हैं…
एक से दो सप्ताह में बेटा और बेटी अपनी आपातकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद काम पर लौट आएंगे…
महीने के अंत तक…जीवन साथी भी कोई कॉमेडी शो देख कर हंसने लगेगा/लगेगी …
आने वाले महीनों में आपके करीबी रिश्ते सिनेमा और समुद्र तट पर लौट आएंगे…
सबका जीवन सामान्य हो जाएगा..
जिस तरह एक बड़े पेड़ के सूखे पत्ते में और जिसके लिए आप जीते और मरते हैं, उसमें कोई अंतर नहीं है, यह सब इतनी आसानी से, इतनी तेजी से, बिना किसी हलचल के होता है…
बारिश शुरू हो गई है, चुनाव आ रहा है, बसों पर भीड़ हमेशा की तरह है, एक अभिनेत्री की शादी हो रही है, त्योहार आ रहा है, विश्व कप क्रिकेट योजना के अनुसार चल रहा है, फूल खिले हुए हैं, और आपके पालतू जानवर ने जन्म दिया अपने पिल्लै को …
आपको इस दुनिया में आश्चर्यजनक गति से भुला दिया जाएगा…
इस बीच मृतक की …प्रथम वर्ष पुण्यतिथि औपचारिक तरीके से मनाई जाएगी…
पलक झपकते ही साल बीत गए और मृतक के बारे में बात करने वाला कोई नहीं है…
एक दिन बस पुरानी तस्वीरों को देखकर मृतक का कोई करीबी याद कर सकता है…
आप शायद कहीं और रह रहे हैं, किसी और के रूप में, अगर पुनर्जन्म सच है…
अन्यथा, आप कुछ भी नहीं होंगे और दशकों तक अंधेरे में डूबे रहेंगे…
मुझे अभी बताओ…?
लोग आपको आसानी से भूलने का इंतजार कर रहे हैं…
फिर तुम किसके लिए दौड़ रहे हो?
और आप किसके लिए चिंतित हैं?
अपने जीवन के अधिकांश भाग के लिए,
मान लीजिए कि 80%, आप इस बारे में सोचते हैं कि आपके रिश्तेदार और पड़ोसी आपके बारे में क्या सोचते हैं.. क्या आप उन्हें संतुष्ट करने के लिए जीवन जी रहे हैं?
किसी काम का नहीं !
जिंदगी एक बार ही होती है, बस इसे जी भर के जी लो…. हां अपनी क्षमता के अनुसार किसी जरुरतमंद की सहायता प्रेम पूर्वक जरूर करना🙏
वह आपको हमेशा याद रखेगा!
लड़ना झगड़ना रूठना अहंकार करना वहम सब छोड़ो प्रेम से रहो…!
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱