जिंदगी एक चादर है
इस जिंदगी रूपी चादर में,
बस सांसों के ताने बाने है।
दुःख की थोड़ी सलवटे है,
सुख के कुछ फूल सुहाने है।।
यह ज़िंदगी एक पहेली है,
सुख दुःख की ये सहेली है।
जब छोड़ कर जब जाती है,
रह जाती तब ये अकेली है।।
क्यो सोचे आगे क्या होगा,
अब कल के कौन ठिकाने है।
ऊपर बैठा है जो बाजीगर,
जाने मन में वह क्या ठाने है।।
चाहे जितना भी जतन करो,
झोली भर लो सारे दानों से
झोली में उतने ही आयेगे,
जो तेरे नाम के दाने हैं।।
ये जीवन तो एक चोला है,
इसको तो बदलते रहना है।
ये तो आता जाता रहेगा,
इसको तो बस आना जाना है।।
कर ले दान अपने हाथो से
साथ तेरे कुछ नही जायेगा।
भज ले प्रभु का नाम अभी,
फिर समय नही मिल पाएगा।।
ये माया तो आनी जानी है,
ये शरीर भी आना जाना है।
माया के चक्कर में मत पड़ तू,
इसका कोई नही ठिकाना है।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम