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9 Jun 2021 · 1 min read

जिंदगी अंधेरे राह में

नभ के घने बादलों से गुजर रही हैं
जिंदगी अंधेरे गलियारों से ।नयनों से जल की बूंद सी जिंदगी फिसल रही है अंधेरे राह में ।प्रगति पथ की आश में जिंदगी घूम रही कुलू के बेल सी ।न किसी का साथ न किसी के मिलने का एसास है। सुंदर जीवन के ख्वाब में घूम रही हैं जिंदगी अंधेरे राह में।।

Language: Hindi
1 Like · 210 Views
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