जान भी और इमान भी पैसा
हर विकार की जड़ है पैसा , हर मुश्किल का इलाज है पैसा ।
क्यों माता ने खोया बेटा ,क्यों नहीँ काम आया यह पैसा ॥
अस्पताल और चिकित्सकों का यह देखो व्यवहार है कैसा ।
नहीँ कर रहे यदि इलाज वो क्योंकि जमा नहीँ हुआ पैसा ॥
दर्जा मिला भगवान का जिसको क्या उसका भगवान है पैसा ।
जीवनदाता ही लें बैठा , जान बताओ नियम यॆ कैसा ॥
समय बहुत बलवान है बंधु समय के आगे कुछ नहीँ पैसा ।
समय की खातिर जान तो क्या ईमान भी लें लेता है पैसा ॥
विजय बिज़नोरी