जाने क्या खो गया है मेरा
जाने क्या खो गया है मेरा
ढूंढता हूँ मैं उसको
तुमको दिखे तो…
बताना जरा मुझ को
अभी तो कहा था किसी ने
भूख लगी है…
रोटी दे दो मुझ को
अब कैसे कहूं …
ये तो मेरा काम नही
देना था रोटी जिसको
बेच रहे हैं वो…
तुझको और मुझ को…
…सिद्धार्थ