जाते हुए रास्ते पर
जाते हुए रास्ते पर
‘नारी सशक्तिकरण समिति’
के पास से निकले,
उन पर हमारी नज़र पड़ गयी
तो, वो हमें देखकर
नैन मटकाए, मुस्कराए।
हम शर्माए और
निगाहों के साथ
गर्दन भी नीचे झुकाए।
कि अरे भाई! अभी
इलाका तो उनका है।
© ~”अमित”