जागु न माँ हे काली
जागु न माॅं हे काली,
रहबै अहि माँ सूतल,
संसार रहतै दुखल,
अमृत गगन सों बरसल,
भूक्खल हृदय माँ तरसल,
देखु माँ हाथ खाली,
जागु न माँ हे काली। 1
नैइयो करै छी दोष,
तैयो बनै छी दोषी,
पाप पूरुव जनम के,
फूटल छी माँ करम के
आभा दियऽ न लाली,
जागु न माँ हे काली। 2
संसार सों हारि गेलौं,
अहि शरण में एलौं,
अहूॅं सूतल छी नींन,
ककरा सों कहतै दीन,
दीनकऽ अहाॅं माँ काली,
जागु न माँ हे काली। 3
आशा लगौने जननी,
औति हमर दुख हरता,
आशा हमर नै टूटेऽ,
ममता तोहर नै छूटेऽ,
दरशन दियऽ नऽ आली,
जागु न माँ हे काली,
जागु न माँ हे काली।
उमा झा🙏💕