ज़िन्दा रहना है तो जीवन के लिए लड़
अपने घर में बड़े आंगन के लिए लड़
अपनी बस्ती में खुलापन के लिए लड़
माल प्लाज़ा की ज़रूरत तुझे क्या है
फूल खिलते हुए उपवन के लिए लड़
बैठ जा बीच सड़क पर तू किसी दिन
शहर में फैले पल्यूशन के लिए लड़
नया बचपन है उदासी का शिकार
मुस्कुराते हुए बचपन के लिए लड़
हर तरफ़ मौत की तलवार है सर पर
ज़िन्दा रहना है तो जीवन के लिए लड़