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21 Oct 2021 · 1 min read

ज़िंदा रखने की कोशिश

जब भी किसी कोशिश में
नाकामी मिली मुझे
मैंने भीमराव आंबेडकर के
जद्दोजेहद को याद कर लिया!
जब भी इस जिंदगी में
मायूसी मिली मुझे
मैंने सरदार भगतसिंह की
कशमकश को याद कर लिया!
मैंने नाना कारणों से
कई लोगों से मुतासिर होके
अपने आपको बचाया
पागलपन या खुदकुशी से!
जब भी अपने नज़रिए से
बदनामी मिली मुझे
मैंने आचार्य श्री रजनीश की
हिजरत को याद कर लिया!
Shekhar Chandra Mitra

Language: Hindi
158 Views
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