Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
188 Followers
Follow
Report this post
13 Jan 2024 · 1 min read
ज़िंदगी हम भी
ज़िन्दगी हम भी बोलते तुझसे ।
हमको ख़ामोश कर दिया तूने ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Like
Share
4 Likes
· 197 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like:
बात निकलेगी
Dr fauzia Naseem shad
मंजिल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#ग़ज़ल
*प्रणय*
आओ न! बचपन की छुट्टी मनाएं
डॉ० रोहित कौशिक
मुझसा फ़कीर कोई ना हुआ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"शक्तिशाली"
Dr. Kishan tandon kranti
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मैं कविता लिखता हूँ तुम कविता बनाती हो
Awadhesh Singh
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
अब वो लोग भी कन्या पूजन के लिए लड़कियां ढूंढेंगे जो बेटियों
Ranjeet kumar patre
बेड़ियाँ
Shaily
मन का मैल नहीं धुले
Paras Nath Jha
3806.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
........,!
शेखर सिंह
कहानी
कवि रमेशराज
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
Rj Anand Prajapati
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पिता का गीत
Suryakant Dwivedi
सरसी छंद और विधाएं
Subhash Singhai
*घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कोई बात नहीं, अभी भी है बुरे
gurudeenverma198
हिंदी - दिवस
Ramswaroop Dinkar
*चार भाई*
Dushyant Kumar
चाहे बड़े किसी पद पर हों विराजमान,
Ajit Kumar "Karn"
आफत की बारिश
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
चाहता हूं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...