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21 Jul 2021 · 1 min read

ज़िंदगी यूॅं ही चलती जाती है !

ज़िंदगी यूॅं ही चलती जाती है !
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ज़िंदगी यूॅं ही चलती जाती है !
वक्त की सूई कब रुक पाती है !
इस वक्त की नज़ाकत को समझें,
वरना ये कभी संभल न पाती है !!

अजित कुमार “कर्ण”
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 21-07-2021.
“””””””””””””””””””””””””””””
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Language: Hindi
5 Likes · 795 Views
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