Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2022 · 1 min read

ज़िंदगी तो गुज़रती है

यह ठहरती नहीं तेरे ठहर जाने तक तक।
ज़िन्दगी तो गुज़रती है गुज़र जाने तक।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
17 Likes · 577 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
#शेर
#शेर
*प्रणय प्रभात*
" तार हूं मैं "
Dr Meenu Poonia
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
मेरे शब्द, मेरी कविता, मेरे गजल, मेरी ज़िन्दगी का अभिमान हो तुम
Anand Kumar
पतझड़ से बसंत तक
पतझड़ से बसंत तक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रास्तों के पत्थर
रास्तों के पत्थर
Lovi Mishra
*** तस्वीर....! ***
*** तस्वीर....! ***
VEDANTA PATEL
नज़ाकत या उल्फत
नज़ाकत या उल्फत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना
Ritu Asooja
मदर्स डे (मातृत्व दिवस)
मदर्स डे (मातृत्व दिवस)
Dr. Kishan tandon kranti
तुम सात जन्मों की बात करते हो,
तुम सात जन्मों की बात करते हो,
लक्ष्मी सिंह
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
बेटिया विदा हो जाती है खेल कूदकर उसी आंगन में और बहू आते ही
Ranjeet kumar patre
शिक्षा बिना जीवन है अधूरा
शिक्षा बिना जीवन है अधूरा
gurudeenverma198
गम की मुहर
गम की मुहर
हरवंश हृदय
Dard-e-madhushala
Dard-e-madhushala
Tushar Jagawat
बुंदेली चौकड़िया-पानी
बुंदेली चौकड़िया-पानी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Shayari
Shayari
Sahil Ahmad
भारत के बीर सपूत
भारत के बीर सपूत
Dinesh Kumar Gangwar
कर्म ही है श्रेष्ठ
कर्म ही है श्रेष्ठ
Sandeep Pande
उस रावण को मारो ना
उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
* बुढ़ापा आ गया वरना, कभी स्वर्णिम जवानी थी【मुक्तक】*
* बुढ़ापा आ गया वरना, कभी स्वर्णिम जवानी थी【मुक्तक】*
Ravi Prakash
वृक्ष धरा की धरोहर है
वृक्ष धरा की धरोहर है
Neeraj Agarwal
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
जीभ
जीभ
विजय कुमार अग्रवाल
The Magical Darkness
The Magical Darkness
Manisha Manjari
3033.*पूर्णिका*
3033.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*किसान*
*किसान*
Dushyant Kumar
मुझको मिट्टी
मुझको मिट्टी
Dr fauzia Naseem shad
चुनाव आनेवाला है
चुनाव आनेवाला है
Sanjay ' शून्य'
Loading...