मोल नहीं होता है देखो, सुन्दर सपनों का कोई।
रीत की वात अवं किनखs भावज
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
याद है पास बिठा के कुछ बाते बताई थी तुम्हे
23/119.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
नहीं टिकाऊ यहाँ है कुछ भी...
बसा के धड़कन में प्यार तेरा पलक भी सपने सजा रही है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
संवेदनशीलता,सहानुभूति,समानता,समरसता,सहिष्णुता, सत्यनिष्ठा,सं
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों।
I hope one day the clouds will be gone, and the bright sun will rise.
इन तन्हाइयो में तुम्हारी याद आयेगी