ज़िंदगी की मशक़्क़त में
ज़िंदगी की मशक़्क़त में
दबा कोई फ़साना है अभी और,
मुख़्तसर कई झूठ को
एक सच से मिलाना अभी और…
~ रेखा “मंजुलाहृदय”
ज़िंदगी की मशक़्क़त में
दबा कोई फ़साना है अभी और,
मुख़्तसर कई झूठ को
एक सच से मिलाना अभी और…
~ रेखा “मंजुलाहृदय”