Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

ज़िंदगी की जद्दोजहद

ज़िंदगी की जद्दोजहद से यूँ न हारिए,
उदास होकर निष्क्रिय कदापि न बैठिए।

हार कर भी बाज़ियाँ पलट दी जाती हैं,
मन को संकल्पित कर हर जंग जीतिए।

अकर्मण्यता से महल भी हो जाते हैं खण्डहर,
अवसाद से निराश हो कर मन को न उलझाइए।

जिसने स्वाद ही नहीं चखा हार का वो कैसे जीतेगा,
आशाओं के पंख बना नभ को छू लीजिए।

हो प्रतिकूल परिस्थितियां सामने खड़ी चट्टान बनकर,
हर हालात का सामना मुस्कुरा कर स्वीकार कीजिए।

यादों के असीमित समंदर में डूबकर गहरे,
केवल धवल माणिक ही ढूंढ़कर निकालिए।

थाम लीजिए हाथ एक दूसरे का ज़रूरत में,
मन में वहम, भ्रम और अहंकार न पालिए ।

अकेले आए थे, अकेले ही जाना हम सबको,
पीछे कुछ अनुकरणीय निशाँ छोड़ते जाइए।

डॉ दवीना अमर ठकराल’देविका’

82 Views
Books from Davina Amar Thakral
View all

You may also like these posts

बहारें तो आज भी आती हैं
बहारें तो आज भी आती हैं
Ritu Asooja
ग़ज़ल:- दे मौला....
ग़ज़ल:- दे मौला....
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
वक्त के धारों के साथ बहना
वक्त के धारों के साथ बहना
पूर्वार्थ
राम तेरी माया
राम तेरी माया
Swami Ganganiya
गीत नया गाता हूं।
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
■ “दिन कभी तो निकलेगा!”
■ “दिन कभी तो निकलेगा!”
*प्रणय*
मिल जाये
मिल जाये
Dr fauzia Naseem shad
बुढ़ापा भी गजब हैं
बुढ़ापा भी गजब हैं
Umender kumar
अंगदान
अंगदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
याद कब हमारी है
याद कब हमारी है
Shweta Soni
आकांक्षाएं
आकांक्षाएं
Kanchan verma
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
*छल-कपट को बीच में, हर्गिज न लाना चाहिए【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
मन का प्रोत्साहन
मन का प्रोत्साहन
Er.Navaneet R Shandily
काश हर ख़्वाब समय के साथ पूरे होते,
काश हर ख़्वाब समय के साथ पूरे होते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विजेता सूची- “फितरत” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “फितरत” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
गलती का ये ठीकरा, फोड़े किसके माथ
गलती का ये ठीकरा, फोड़े किसके माथ
RAMESH SHARMA
*****श्राद्ध कर्म*****
*****श्राद्ध कर्म*****
Kavita Chouhan
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
VINOD CHAUHAN
Xhazal
Xhazal
shahab uddin shah kannauji
सुख समृद्धि शांति का,उत्तम मिले मुकाम
सुख समृद्धि शांति का,उत्तम मिले मुकाम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अजब तेरी दुनिया
अजब तेरी दुनिया
Mukund Patil
"अनमोल"
Dr. Kishan tandon kranti
आनंद
आनंद
Rambali Mishra
*चाचा–भतीजा* / मुसाफ़िर बैठा
*चाचा–भतीजा* / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
निर्गुण
निर्गुण
श्रीहर्ष आचार्य
*....स्कूल की यादें......*
*....स्कूल की यादें......*
Naushaba Suriya
3242.*पूर्णिका*
3242.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्यों बात करें बीते कल की
क्यों बात करें बीते कल की
Manoj Shrivastava
पुस्तक समीक्षा -रंगों की खुशबू डॉ.बनवारी लाल अग्रवाल
पुस्तक समीक्षा -रंगों की खुशबू डॉ.बनवारी लाल अग्रवाल
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...