ज़हर का व्यापार
व्यापार करना है मंडी में,
तो आओ एक हवा बेचते हैं.
तुम जहर बेचना,
हम उसकी दवा बेचते हैं.
व्यापारी हैं हम,
बस व्यापार समझते हैं.
नगद हो तो ठीक,
नहीं तो उधार समझते हैं.
नफरत का धंधा है,
मोहब्बत से चलता है.
तुम धर्म को लपेटो,
हम जात से उलझते हैं.
तुम भगवा धर चिल्लाना
और हम असहिष्णुता बेचते हैं.
तुम जहर बेचो यारों,
हम उसकी दवा बेचते हैं.