ज़रूरत पड़ने पे ही अब मुझे वो याद करते हैं
ज़रूरत पड़ने पे ही अब मुझे वो याद करते हैं
मैं जिनको दोस्त कहता था जो मुझको यार कहते थे
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’
ज़रूरत पड़ने पे ही अब मुझे वो याद करते हैं
मैं जिनको दोस्त कहता था जो मुझको यार कहते थे
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’