ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है।
ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है।
मेरे देश का किसान अब भी ऋतुओं के हिसाब से चलता है।।
शिव प्रताप लोधी
ज़माने में हर कोई अब अपनी सहूलियत से चलता है।
मेरे देश का किसान अब भी ऋतुओं के हिसाब से चलता है।।
शिव प्रताप लोधी