जहां में
जहां में मेरे बस तुम्हारी कमी है
सबब है यही,आंख में जो नमी है
जुदा हो के मुझसे कहां वह गया है
कहां उसको ढूंढू कहां वह ज़मीं है
शमा परवीन
जहां में मेरे बस तुम्हारी कमी है
सबब है यही,आंख में जो नमी है
जुदा हो के मुझसे कहां वह गया है
कहां उसको ढूंढू कहां वह ज़मीं है
शमा परवीन