Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2020 · 1 min read

जश्न

जश्न

अभी यह दौर कठिन है वक्त का ,
मानव खड़ा ले कवच हिम्मतका ,
चल रहा है कोशिशों का सफर ,
जल्दी ही खत्म होगा यह कहर ,
जब सुबह और शाम जगमगाएगी।
मनेगा जश्न, जिंदगी तब मुस्कुराएगी ।।

रोशन तभी सब चेहरे होंगे ,
और मास्क जब सारे हटेंगे ,
बीमारी मैदान छोड़ जाएगी ,
हर पेट की ज्वाला मिटेगी ,
भूख से न आंते जब कुलबुलाएंगी।
मनेगा जश्न ,जिंदगी तब मुस्कुराएगी।।

सबकी मेहनत रंग लाएगी ,
मानवता युद्ध जीत जाएगी,
सफलता जब हाथ आएगी ,
सभी डरों को दूर भगाएगी
विश्वास की आंच जब सुगबुगाएगी।
मनेगा जश्न ,ज़िंदगी तब मुस्कुराएगी।।

मीनाक्षी भटनागर
स्वरचित

7 Likes · 22 Comments · 686 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आईना
आईना
Pushpa Tiwari
love or romamce is all about now  a days is only physical in
love or romamce is all about now a days is only physical in
पूर्वार्थ
हीरा जनम गंवाएगा
हीरा जनम गंवाएगा
Shekhar Chandra Mitra
789WIN là một trong những thương hiệu nhà cái uy tín nhất ở
789WIN là một trong những thương hiệu nhà cái uy tín nhất ở
789win
हर रोज याद आऊं,
हर रोज याद आऊं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दानवी शक्तियों को सुधारा नहीं जाता था
दानवी शक्तियों को सुधारा नहीं जाता था
Sonam Puneet Dubey
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
Manisha Manjari
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
DrLakshman Jha Parimal
Price less मोहब्बत 💔
Price less मोहब्बत 💔
Rohit yadav
हिंदी दोहे-प्राण
हिंदी दोहे-प्राण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
Atul "Krishn"
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
तुम चंद्रछवि मृगनयनी हो, तुम ही तो स्वर्ग की रंभा हो,
SPK Sachin Lodhi
😢बताए सरकार😢
😢बताए सरकार😢
*प्रणय*
बाल कविता: चिड़िया आयी
बाल कविता: चिड़िया आयी
Rajesh Kumar Arjun
कड़वा सच
कड़वा सच
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ग़ज़ल यह भी
एक ग़ज़ल यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
फूलों से सीखें महकना
फूलों से सीखें महकना
भगवती पारीक 'मनु'
आप इतना
आप इतना
Dr fauzia Naseem shad
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
Mukesh Kumar Sonkar
"राग की आग"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
Sunil Maheshwari
मुझे अच्छी लगती
मुझे अच्छी लगती
Seema gupta,Alwar
* ऋतुराज *
* ऋतुराज *
surenderpal vaidya
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
Ajit Kumar "Karn"
पागल बना दिया
पागल बना दिया
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
समसामायिक दोहे
समसामायिक दोहे
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
4342.*पूर्णिका*
4342.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नए साल की मुबारक
नए साल की मुबारक
भरत कुमार सोलंकी
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
Keshav kishor Kumar
Loading...