#जवाब जिंदगी का#
उल्हाने से तपता है मन….,
जिंदगी का सम्मान तु कर…!
कमजोर है रस्सी जीवन का…,
खतरों का पहचान तु कर…!!
संसारो के तकलीफो से…,
अपना दुःख आसान तु कर…!
चोट लगने से हिम्मत बड़ता है…,
अपना मन बलवान तु कर…!!
संघर्ष कर जिवन जीना…,
जिंदगी रिश्तों की जेल है…!
माया मोह सब छोड़ के जाना….,
जिंदगी का यहि खेल है…!!