जवानी
हैं जवानी जान की, बात खान-पान की.
हौसले बुलंद हैं, बाजे ढोल मृदंग हैं..1
सनसनाहट कान में, जोश राष्ट्रगान में.
जिंदगी कुर्बान हैं, मेरा देश महान हैं..
सोलहवां साल हैं, अभिमान की बात हैं.
जिंदगी कुर्बान तुझपे, एकमात्र ख्वाब हैं..
हैं जवानी जान की, बात खान-पान की.
हौसले बुलंद हैं, बाजे ढोल मृदंग हैं..2
अंग-अंग फड़क रहे, अंगारे हैं बरस रहे.
जोश स्वाभिमान का, राष्ट्र के अभिमान का..
मां बाप का प्यार हैं, भाई बहिन का दुलार हैं.
रहे जवानी जब तक मेरी, सम्मान हिन्दुस्तान का..
हैं जवानी जान की, बात खान-पान की.
हौसले बुलंद हैं, बाजे ढोल मृदंग हैं..3
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लोधी श्याम सिंह तेजपुरिया
सर्वाधिकार सुरक्षित
14/10/2023