Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2021 · 1 min read

जवानी बेंच दी मैंने

किसी के प्रेम की दिलकस, निशानी बेंच दी मैंने
रहा एकाकी बनकर के, रवानी बेंच दी मैंने
गया दो कौर के खातिर, ठिकाना छोड़कर अपना
कमाने चंद पैसों को, जवानी बेंच दी मैंने

अदम्य

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 262 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
फादर्स डे ( Father's Day )
फादर्स डे ( Father's Day )
Atul "Krishn"
कॉफ़ी हो या शाम.......
कॉफ़ी हो या शाम.......
shabina. Naaz
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
gurudeenverma198
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अलग अलग से बोल
अलग अलग से बोल
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*
*"पापा की लाडली"*
Shashi kala vyas
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
गिरगिट तो संसार में,
गिरगिट तो संसार में,
sushil sarna
"सपने तो"
Dr. Kishan tandon kranti
मां की महत्ता
मां की महत्ता
Mangilal 713
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
सफ़ीना छीन कर सुनलो किनारा तुम न पाओगे
आर.एस. 'प्रीतम'
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय*
होटल में......
होटल में......
A🇨🇭maanush
*चलो खरीदें कोई पुस्तक, फिर उसको पढ़ते हैं (गीत)*
*चलो खरीदें कोई पुस्तक, फिर उसको पढ़ते हैं (गीत)*
Ravi Prakash
भगवान श्री कृष्ण और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र दोनो ही
भगवान श्री कृष्ण और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र दोनो ही
Rj Anand Prajapati
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
पूर्वार्थ
करूँ प्रकट आभार।
करूँ प्रकट आभार।
Anil Mishra Prahari
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
Ravikesh Jha
बसंत बहार
बसंत बहार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
योग ही स्वस्थ जीवन का योग है
योग ही स्वस्थ जीवन का योग है
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
हर इक शाम बस इसी उम्मीद में गुजार देता हूं
हर इक शाम बस इसी उम्मीद में गुजार देता हूं
शिव प्रताप लोधी
14) “जीवन में योग”
14) “जीवन में योग”
Sapna Arora
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
कवि रमेशराज
— नारी न होती तो —
— नारी न होती तो —
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
3329.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3329.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
(कहानी)
(कहानी) "सेवाराम" लेखक -लालबहादुर चौरसिया लाल
लालबहादुर चौरसिया लाल
आटा
आटा
संजय कुमार संजू
*दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...*
*दही खाने के 15 अद्भुत चमत्कारी अमृतमयी फायदे...*
Rituraj shivem verma
Loading...