जलता है काश्मीर
जलता है काश्मीर,
रे साथी!
जलता है काश्मीर!!
मलबे का ढ़ेर
बनी जा रही
जन्नत की तस्वीर!!
गूंज रही हैं वादियां
बमों के तेज धमाकों से
सिसक रही हैं घाटियां
उठते हुए जनाजों से
गर्दन पर इसकी तनी हुई
सियासत की शमशीर
जलता है काश्मीर,
रे साथी!
जलता है काश्मीर!!
Shekhar Chandra Mitra