Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2023 · 1 min read

जरूरत क्या

मुझे अब चाँद तारों गुल बहारों की जरूरत क्या।
तुम्हीं तुम हो निगाहों में नज़ारों की जरूरत क्या?

मेरी आँखें समझती हैं तेरी आँखों की भाषा को।
अधर पर शब्द लिखने या इशारों की जरूरत क्या?

अगर हम चल नहीं सकते कभी पदचिन्ह पर जिनके।
दिखावे के लिए फिर झूठे नारों की जरूरत क्या?

अपाहिज है कोई तन से कोई विकलांग है मन से।
न हो जब हौसला तो फिर सहारों की जरूरत क्या?

बुरी संगत से बहतर है अकेले ही सदा रहना।
न सच्ची राह दिखलाएं वो यारों की जरूरत क्या?

मुनासिब ही नहीं पहचान हो कागज़ के टुकड़ों से।
तो फिर अखबार में इन इश्तिहारों की जरूरत क्या?

मुझे दुल्हन बनाकर ले चलो बाहों के झूले में।
सनम अब ज्योति को डोली कहारों की जरूरत क्या?

✍🏻श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव

Language: Hindi
92 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
🇮🇳मेरा देश भारत🇮🇳
Dr. Vaishali Verma
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
मन की चंचलता बहुत बड़ी है
मन की चंचलता बहुत बड़ी है
पूर्वार्थ
मुझे किसी को रंग लगाने की जरूरत नहीं
मुझे किसी को रंग लगाने की जरूरत नहीं
Ranjeet kumar patre
वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया
वक्त के थपेड़ो ने जीना सीखा दिया
Pramila sultan
लंका दहन
लंका दहन
Paras Nath Jha
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
रूह की अभिलाषा🙏
रूह की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
Neeraj Agarwal
"जीवन"
Dr. Kishan tandon kranti
बसहा चलल आब संसद भवन
बसहा चलल आब संसद भवन
मनोज कर्ण
दृढ़ निश्चय
दृढ़ निश्चय
विजय कुमार अग्रवाल
2712.*पूर्णिका*
2712.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Dr Arun Kumar shastri  एक अबोध बालक 🩷😰
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक 🩷😰
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्त्री
स्त्री
Dr fauzia Naseem shad
होली
होली
Neelam Sharma
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
अपने ख्वाबों से जो जंग हुई
VINOD CHAUHAN
मछली रानी
मछली रानी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
🌹 वधु बनके🌹
🌹 वधु बनके🌹
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
★गैर★
★गैर★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मुक्तक
मुक्तक
कृष्णकांत गुर्जर
"आज का विचार"
Radhakishan R. Mundhra
श्रीराम वन में
श्रीराम वन में
नवीन जोशी 'नवल'
*दावत : आठ दोहे*
*दावत : आठ दोहे*
Ravi Prakash
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Santosh Soni
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मुझे इस दुनिया ने सिखाया अदाबत करना।
मुझे इस दुनिया ने सिखाया अदाबत करना।
Phool gufran
आओ ...
आओ ...
Dr Manju Saini
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
Kuldeep mishra (KD)
Loading...