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23 Dec 2020 · 1 min read

जरा सा इश्क

जरा सा इश्क का हमको नशा दो
सदा ले बाहु में हमको मजा दो

मुहब्बत में दिये जो जख्म हमको
जरा जख्मों पे मरहम तुम लगा दो

हमारे हो , हमारे तुम रहोगे
सजा कर माथ पर टीका सजा दो

कभी कोई न तन्हाई तुम्हें हो
अधर से अब अधर को तुम लगा दो

तवस्सुम जब नयन तेरे खिलेगें
सटे अंग से रहे ऐसी दुआ दो

73 Likes · 3 Comments · 326 Views
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