Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2024 · 1 min read

जरा- जरा सी बात पर,

जरा- जरा सी बात पर,
होता अब टकराव ।
अब तो सब विच्छेद का,
जोड़े करें चुनाव ।।
सुशील सरना / 23-9-24

15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" यह सावन की रीत "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Neelam Sharma
प्रकृति ने
प्रकृति ने
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी को किस अंदाज़ में देखूॅं,
ज़िंदगी को किस अंदाज़ में देखूॅं,
Ajit Kumar "Karn"
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Shiftme movers and packers in hadapsar
Shiftme movers and packers in hadapsar
Shiftme
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
अब मेरे दिन के गुजारे भी नहीं होते हैं साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रंग बिरंगी दुनिया में हम सभी जीते हैं।
रंग बिरंगी दुनिया में हम सभी जीते हैं।
Neeraj Agarwal
नौकरी (१)
नौकरी (१)
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
आया बाढ़ पहाड़ पे🙏
आया बाढ़ पहाड़ पे🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ख़ुद की हस्ती मिटा कर ,
ख़ुद की हस्ती मिटा कर ,
ओसमणी साहू 'ओश'
परदेसी की  याद  में, प्रीति निहारे द्वार ।
परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
sushil sarna
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
मेरी बातें दिल से न लगाया कर
Manoj Mahato
शिक्षक उस मोम की तरह होता है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश
शिक्षक उस मोम की तरह होता है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश
Ranjeet kumar patre
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
Rituraj shivem verma
बेटी दिवस पर
बेटी दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
सत्य कुमार प्रेमी
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Kavita Chouhan
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Tea Lover Please Come 🍟☕️
Urmil Suman(श्री)
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
‘निराला’ का व्यवस्था से विद्रोह
कवि रमेशराज
जीवन
जीवन
लक्ष्मी सिंह
2758. *पूर्णिका*
2758. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"सफ़ीना हूँ तुझे मंज़िल दिखाऊँगा मिरे 'प्रीतम'
आर.एस. 'प्रीतम'
बे’क़रारी से राब्ता रख कर ,
बे’क़रारी से राब्ता रख कर ,
Dr fauzia Naseem shad
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तू आ पास पहलू में मेरे।
तू आ पास पहलू में मेरे।
Taj Mohammad
चलना है मगर, संभलकर...!
चलना है मगर, संभलकर...!
VEDANTA PATEL
मेरा भारत जिंदाबाद
मेरा भारत जिंदाबाद
Satish Srijan
Loading...