“जरा आदत पुरानी है”
संभल कर जो चले होंगे,वही अक्सर गिरे होंगे,हमें पी कर बहकने की जरा आदत पुरानी है।
मेरे चेहरे को पढ़ने में, सभी नाकाम ठहरे है, मेरी आंखों में जो भी हैं जरा सूरत पुरानी है।
कुमार अखिलेश
देहरादून उत्तराखंड
9627547054
संभल कर जो चले होंगे,वही अक्सर गिरे होंगे,हमें पी कर बहकने की जरा आदत पुरानी है।
मेरे चेहरे को पढ़ने में, सभी नाकाम ठहरे है, मेरी आंखों में जो भी हैं जरा सूरत पुरानी है।
कुमार अखिलेश
देहरादून उत्तराखंड
9627547054