Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2020 · 1 min read

जय हो बाबा भीम

जय हो बाबा भीम

संविधान बनाया जिसने,
भारत के लिए।
जयकारा लगा लो भाई,
बाबा भीम के लिए।।2।।
छुवाछुत को जिसने मिटाया,
शिक्षा का अधिकार दिलाया।
मंदिर में प्रवेश कराया,
वोट का अधिकार दिलाया।
संविधान बनाया है जिसने,
भारत के लिए।
जयकारा लगा लो भाई,
बाबा भीम के लिए।।2।।
शिक्षित बनो संगठित रहो,
संघर्ष करना सिखाया।
लूट बदमाश अत्याचारी को,
कानून से सजा दिलाया।
संविधान बनाया है जिसने,
भारत के लिए।
जयकारा लगा लो भाई,
बाबा भीम के लिए।।2।।
दबे कुचले शोषितों को,
आरक्षण का अधिकार दिलाया।
संविधान में कानून बनाकर,
सम्मान से जीना सिखाया।
संविधान बनाया है जिसने,
भारत के लिए।
जयकारा लगा लो भाई,
बाबा भीम के लिए।।2।।
~~~~~~~~~~~~~~~~
रचनाकार – डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पीपरभवना,बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. ‌8120587822

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 439 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी है तो तकलीफ तो होगी ही
जिंदगी है तो तकलीफ तो होगी ही
Ranjeet kumar patre
🌸*पगडंडी *🌸
🌸*पगडंडी *🌸
Mahima shukla
4488.*पूर्णिका*
4488.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अंदाज़-ऐ बयां
अंदाज़-ऐ बयां
अखिलेश 'अखिल'
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
रुपेश कुमार
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
Neelofar Khan
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
VINOD CHAUHAN
पिता का यूं चले जाना,
पिता का यूं चले जाना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मन की बात
मन की बात
पूर्वार्थ
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
"घूंघट नारी की आजादी पर वह पहरा है जिसमे पुरुष खुद को सहज मह
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
भारत को निपुण बनाओ
भारत को निपुण बनाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
पिता के प्रति श्रद्धा- सुमन
पिता के प्रति श्रद्धा- सुमन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Poem
Poem
Prithwiraj kamila
साधना की मन सुहानी भोर से
साधना की मन सुहानी भोर से
OM PRAKASH MEENA
"चाहत का आसमान"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
प्रभु गुण कहे न जाएं तुम्हारे। भजन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
जनाब पद का नहीं किरदार का गुरुर कीजिए,
शेखर सिंह
आ
*प्रणय*
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
Shweta Soni
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
विषधर
विषधर
Rajesh
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
बाबा तेरा इस कदर उठाना ...
Sunil Suman
जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
जय जय जय जय जय माँ दुर्गा
gurudeenverma198
छूटा उसका हाथ
छूटा उसका हाथ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
वो एक एहसास
वो एक एहसास
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"Every person in the world is a thief, the only difference i
ASHISH KUMAR SINGH
Loading...