जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
जय हिन्दू जय हिंदुस्तान,
जिसमे बसते मेरे प्राण
हिंदी _हिंदू _हिंदुस्तान _में अब भगवा लहराना है
जातपात का भेद भुलाकर सबको गले लगाना है
मिली अयोध्या रुके नही हम मथुरा कासी पाना है
जागो हिन्दू हिंद सिपाही, मक्केश्वर मिल जाना है
कृष्णकांत गुर्जर धनौरा
7805060303