जय श्री राम
भारत भूमि पर शुभ दिन आज
दशो दिशाओं में गूँजे जय गान
सज -धज गई सब ओर धरा
जन -जन में है हर्ष भरा
आशा के दीप सजे घर -घर
सब ओर छाईं है बहार
नभ से धरा तक दृश्य मनोरम
राम नाम की बहती रसधार
वर्षो के संघर्ष का यह परिणाम
आ गया शुभ दिन आज
जिनकी महिमा अपरम्पार
युग प्रवर्तक प्रभु श्री राम
सजी है अयोध्या नव वधू समान
मन ही मन मुसकाई इठलाती सी
सरयू की लहरें लगी कहाने
आज मन झूम उठा फिर से
गाओ सखी आज मंगल गान
नित करती रही प्रतीक्षा
मन संकल्प हुआ पूर्ण आज
प्रभु श्रीराम पधारे धाम आज।
वीरता, त्याग, दया ,समर्पण
की मूरत प्रभु श्रीराम
जन -जन में विश्वास जगा आज
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम पधारे धाम।