जय वीर सुभाष
गर्म अंगारा लहू फ़ौलाद सा था तन तुम्हारा !
कर रहा है आज सारा राष्ट्र अभिनंदन तुम्हारा !!
हे महा-रणधीर सैनिक राष्ट्र का सम्मान हो तुम !
याद में बांकी रहेगा दुश्मनों को प्रण तुम्हारा!!
आर्य की संतान जंगल में सुभाषित शेर थे तुम!
साँस अंतिम तक रहेगा राष्ट्र पर ये ऋण तुम्हारा!!
-जगदीश शर्मा