जय माता दी
माता मेरे घर में आ जाना,मुझको भी दर्श दिखा जाना।
खुशियों के दीप जला जाना,सुंदर-सा मार्ग दिखा जाना।।
भक्तों के दुःख हरने वाली,
शेर सवारी करने वाली,
ममता हमपे बरसाओ तुम,
जग में सुख को भरने वाली,
प्रेम सिखा के हमको जाना,नेम बता के हमको जाना।
दर पर आकर माता रानी,सद् नज़राना देकर जाना।।
आशीष तुम्हारा मिल जाए,
जीवन मधुबन बन खिल जाए,
दिन-रात करें हम पूजा माँ,
हरपल भक्ति लिए ढ़ल जाए,
भक्ति कभी मत तुम ठुकराना,हर उलझन को तुम सुलझाना।
अपनी नेक कृपा बरसाना,संतोष सदा तुम दिलवाना।।
दुष्टों का संहार किया है,
अच्छाई व्यवहार दिया है,
भैरव मन को बदला तुमने,
पूजा का सम्मान दिया है,
ऊँचे शुद्ध विचार सजाना,तुम हृदय मिलनसार बनाना।
जो भी दर पर आए मैया,उसकी झोली भरती जाना।।
–आर.एस.प्रीतम
सर्वाधिकार सुरक्षित–radheys581@gmail.com