जय महाकाल
सकल जगत के मूल है, मेरे शिव दातार
भोलेनाथ शंकर प्रभु, सच्चे है करतार
सच्चे है करतार, सदा सबका हित करते
ओढरदानी नाथ, सभी की पीड़ा हरते
कह रसिया कविराय, है दाता दिन भगत के
मृत्युंजय आधार , स्वयं शिव सकल जगत के।।
सकल जगत के मूल है, मेरे शिव दातार
भोलेनाथ शंकर प्रभु, सच्चे है करतार
सच्चे है करतार, सदा सबका हित करते
ओढरदानी नाथ, सभी की पीड़ा हरते
कह रसिया कविराय, है दाता दिन भगत के
मृत्युंजय आधार , स्वयं शिव सकल जगत के।।