जय भारत
शीर्षक – जय भारत…
विश्व विजेता बन कर जग में ,
इसकी जय जयकार हो ।
है भारत भूमि अपनी माता ,
सबको इससे प्यार हो ।।
अमन पसंद इस भारत में ,
नहीं नफ़रत की दीवार हो ।
भारत माता के चरणों में ,
अब वंदन बारम्बार हो ।।
रत्नगर्भा इस धरती पर अब,
नहीं भूख का व्यापार हो ।
रहें जहाँ सब मिलजुलकर ,
एक ख़ुशियों का संसार हो ।।
©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी ,इंदौर
©काज़ीकीक़लम