Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2023 · 2 min read

जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।

जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।
______________________________________
दृग में बसे रघुनाथ पावन धाम हैं हर याम की।
जयकार हो जयकार हो, सुखधामा राघव राम की।।

हनुमान हैं जिनको प्रिये अरु पूज्य जो हनुमान के।
अवतार ले अवधेश आलय पग पड़े भगवान के।
छवि देखते त्रिपुरेश है जग में नियंत्रण काम की।
जयकार हो जयकार हो, सुखधामा राघव राम की।।

पग बाँध पैजनिया ठुमकते आज कौशल्या सुवन।
अवधेश उर अनुराग उपजे, और पुलकित है भुवन।
सबके हृदय में वास करते यह कथा सुखधाम की।
जयकार हो जयकार हो, सुखधामा राघव राम की।।

तारक अहिल्या नाथ रघुवर आप ही चिंतामणि।
प्रभु ताड़का मारीच हन्ता आप ही अंबरमणि।
दृष्टांत केवल आप हैं शुभ कर्म के अविराम की।
जयकार हो जयकार हो, सुखधामा राघव राम की।।

शिव का सरासन तोड़ रक्षक हैं बने श्रित मान की।
वरमाल शोभित है गले अरु संग में बधु जानकी।
सुख सार केवल राम ही मिथिलेश के निज धाम की।
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।।

पितु मान अक्षुण्ण ही रहे वन को चले लै जानकी।
प्रतिमान स्थापित किया प्रभु आपने संतान की।
तज कर गये सुख राजसी चिन्ता नहीं परिणाम की।
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।।

सीता हरण दशरथ मरण क्या क्या सहे कैसे कहें।
वनवासी बन वन में रहे प्रभु कष्ट नाना विधि सहे।
अविचल रहे अरु शान्त मन ऐसी व्यथा अभिराम की।
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।।

सबरी निहारत पंथ नैनन आस लै रघुनाथ की।
दृग में बसा श्री राम को छवि देखती भव नाथ की।
धर ध्यान केवल जाप में रत राम के बस नाम की।
जयकार हो जयकार हो सुखधाम राघव राम की।।

संजीव शुक्ल ‘सचिन’

198 Views
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all

You may also like these posts

प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन
प्रकृति का अनुपम उपहार है जीवन
इंजी. संजय श्रीवास्तव
” ये आसमां बुलाती है “
” ये आसमां बुलाती है “
ज्योति
😊 लघु कथा :--
😊 लघु कथा :--
*प्रणय*
चलेंगे साथ जब मिलके, नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
चलेंगे साथ जब मिलके, नयी दुनियाँ बसा लेंगे !
DrLakshman Jha Parimal
“बहुत देखे हैं”
“बहुत देखे हैं”
ओसमणी साहू 'ओश'
घुटन
घुटन
निकेश कुमार ठाकुर
"रचो ऐसा इतिहास"
Dr. Kishan tandon kranti
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
ख़ुदा के पास होता है  …
ख़ुदा के पास होता है …
sushil sarna
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
Arghyadeep Chakraborty
बैकुंठ चतुर्दशी है
बैकुंठ चतुर्दशी है
विशाल शुक्ल
हाल- ए- दिल
हाल- ए- दिल
Dr fauzia Naseem shad
* मिट जाएंगे फासले *
* मिट जाएंगे फासले *
surenderpal vaidya
*शून्य का शून्य मै वीलीन हो जाना ही सत है *
*शून्य का शून्य मै वीलीन हो जाना ही सत है *
Ritu Asooja
मेरे हमराज
मेरे हमराज
ललकार भारद्वाज
सुनहरा सूरज
सुनहरा सूरज
आशा शैली
- रातो की खामोशी -
- रातो की खामोशी -
bharat gehlot
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
गुरुपूर्व प्रकाश उत्सव बेला है आई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पारिवारिक व्यथा
पारिवारिक व्यथा
Dr. P.C. Bisen
संवेदना अभी भी जीवित है
संवेदना अभी भी जीवित है
Neena Kathuria
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
CISA Course in Dubai
CISA Course in Dubai
Durga
वैदेही का महाप्रयाण
वैदेही का महाप्रयाण
मनोज कर्ण
"मैं एक पिता हूँ"
Pushpraj Anant
बॉटल
बॉटल
GOVIND UIKEY
संवाद
संवाद
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal
मेरे टूटे हुए ख़्वाब आकर मुझसे सवाल करने लगे,
मेरे टूटे हुए ख़्वाब आकर मुझसे सवाल करने लगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...